LYRIC
Here you will find the lyrics of the popular song – “Ghunghat Ke Pat Khol Re ” from the Movie / Album – “Rajasthani Bhajan “. The song / soundtrack has been composed by the famous lyricist ” Traditional ” and was released on “Oct 4, 2017″ in the beautiful voice of ” Padmashri Prahlad Singh Tipanya”. The music video of the song features some amazing and talented actor / actress ” Padmashri Prahlad Singh Tipanya”. It was released under the music label of “Sapna Cassestes”.
Padmashri Prahlad Singh Tipanya, one of the most compelling folk voices of India today. His singing combines the explanation of Kabir bhajans in the folk style of the Malwa region of Madhya Pradesh. Prahlad Singh Tipanya has also been honored with Malwa Ratna, Shrestha Kala Acharya, Isuri Samman, Bhajan Bhushan, Madhya Pradesh ka Shikhar Samman, & the Sangeet Natak Academy like prestigious awards. Tipanya has kept alive Kabir’s philosophy and poetry through his mesmeric music and known for his bhajans in Malwa folk Tradition.
Ghunghat Ke Pat Khol Re Lyrics in English
~ ghunghat ke pat khol ~
ghunghat ke pat khol re,
tohe piya milenge.
🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵
ghat ghat me tere sai basat he,
katuk vachan mat bol re.
ghunghat ke pat khol re,
tohe piya milenge.
🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵
dhan joban ka garab na kije,
jutha en ka mol.
ghunghat ke pat khol re,
tohe piya milenge.
🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵
jag yatan se rang mahal me,
piya payo anmol.
ghunghat ke pat khol re,
tohe piya milenge.
🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵
sune mandir diya jala ke,
aasan se mat dol.
ghunghat ke pat khol re,
tohe piya milenge.
🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵
kahat kabir sono bhai sadho,
anhad bajat dhol.
ghunghat ke pat khol re,
tohe piya milenge.
Disclaimer: Videos and others Content on the channel consist copyright of owner, no one is allowed to do a copy, editing or any kind of changes in original videos, or not allowed to re-upload without permission on any social media platform.
Translated Version
यहां आपको मूवी / एल्बम - "राजस्थानी भजन" के लोकप्रिय गीत - "घूंघट के पट खोल रे" के बोल मिलेंगे। गीत / साउंडट्रैक प्रसिद्ध गीतकार "पारंपरिक" द्वारा रचित किया गया है और "पद्मश्री प्रह्लाद सिंह टिपन्या" की खूबसूरत आवाज में "4 अक्टूबर, 2017" को रिलीज़ किया गया था। गीत के संगीत वीडियो में कुछ अद्भुत और प्रतिभाशाली अभिनेता / अभिनेत्री "पद्मश्री प्रह्लाद सिंह टिपन्या" हैं। इसे "सपना कैसेस्टेस" के संगीत लेबल के तहत जारी किया गया था।
पद्मश्री प्रह्लाद सिंह टिपन्या, आज भारत की सबसे सम्मोहक लोक आवाजों में से एक। उनका गायन मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र की लोक शैली में कबीर भजनों की व्याख्या को जोड़ता है। प्रहलाद सिंह टिपन्या को मालवा रत्न, श्रेष्ठ कला आचार्य, इसुरी सम्मान, भजन भूषण, मध्य प्रदेश का शिखर सम्मान और संगीत नाटक अकादमी जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया है। टिपण्य ने अपने मंत्रमुग्ध संगीत के माध्यम से कबीर के दर्शन और कविता को जीवित रखा है और मालवा लोक परंपरा में उनके भजनों के लिए जाना जाता है।
घूंघट के पट खोल रे कबीर भजन संग्रह पुस्तक
~ घूंघट के पट खोल रे ~
घूँघट के पट खोल रे,तोहे पिया मिलेंगे ।
🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵
घट घट मै तेरे साईं बसत है,कटुक बचन मत बोल रे ।
घूँघट के पट खोल रे,तोहे पिया मिलेंगे ।
🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵
धन जोबन का गरब ना कीजे,झूठा इन का मोल ।
घूँघट के पट खोल रे,तोहे पिया मिलेंगे ।
🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵
जाग यतन से रंग महल में,पिया पायो अनमोल ।
घूँघट के पट खोल रे,तोहे पिया मिलेंगे ।
🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵
सूने मंदिर, दिया जला के,आसन से मत डोल ।
घूँघट के पट खोल रे,तोहे पिया मिलेंगे ।
🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵
कहत ‘कबीर’ सुनो भाई साधों,अनहद बाजत ढोल ।
घूँघट के पट खोल रे,तोहे पिया मिलेंगे ।
अस्वीकरण: वीडियो और अन्य चैनल की सामग्री में मालिक का कॉपीराइट होता है, किसी को भी मूल वीडियो में कॉपी, संपादन या किसी भी तरह के बदलाव करने की अनुमति नहीं है, या किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बिना अनुमति के फिर से अपलोड करने की अनुमति नहीं है।
=================================================
Song Credits & Copyright Details:
गाना / Title : Ghunghat Ke Pat Khol Re
चित्रपट / Film / Album : Rajasthani Bhajan
गीतकार / Lyricist : Traditional
गायक / Singer(s) : Padmashri Prahlad Singh Tipanya
जारी तिथि / Released Date : Oct 4, 2017
कलाकार / Cast : Padmashri Prahlad Singh Tipanya
लेबल / Label : Sapna Cassestes
No comments yet