LYRIC

Here you will find the lyrics of the popular song – “Kar Gaya Kaanha” from the Movie / Album – “Geet Gaata Chal”. The Music Director is “Ravindra Jain”. The song / soundtrack has been composed by the famous lyricist “Ravindra Jain” and was released on “01 July 1975” in the beautiful voice of “Aarti Mukherji”. The music video of the song features some amazing and talented actor / actress “Sachin, Sarika, Madan Puri”. It was released under the music label of “Saregama”.

Kar Gaya Kaanha Lyrics in Hindi | कर गया कान्हा लिरिक्स

Lyrics in English

Kar gaya kanha milan ka wada
Jamuna kinare khadi hai kab se radha
Na ab tak aayi milan ki wo raat
Na ab tak aayi milan ki wo raat

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Tum to piya pardesh sidhare
Nis din barse nain hamare
Nis din barse nain hamare
Tum to piya pardesh sidhare
Nis din barse nain hamare
Yaha barah mahine lagi hai barsat
Na ab tak aayi milan ki wo rat

🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵

Shama re meri bhul bhulade
Aaja phri jo chahe saja de
Ho aaja phri jo chahe saja de
Shama re meri bhula bhulade
Aaja phri jo chahe saja de
Mai ab na karungi thitholi tere sath
Na ab tak aayi milan ki wo raat
Kar gaya kanha milan ka wada
Jamuna kinare khadi hai kab se radha
Na ab tak aayi milan ki wo raat
Na ab tak aayi milan ki wo raat

Unknown Facts

On one hand Ravindra Jain reached door to door from ‘Ramayana’, on the other hand his songs from social, family films like ‘Saudagar’, ‘Ankhiyon Ke Jharokhon Se’, ‘Geet Gata Chal’, ‘Nadiya Ke Paar’ by Rajshree were very popular. Let’s go. Ravindra Jain did remarkable work in Hindi cinema as a lyricist, singer and composer. Today is the 76th birth anniversary of Ravindra Jain.
On 28 February 1944, the child born to Pandit Indramani Jain of Aligarh cried but he did not open his eyes. The doctor came The eyelids were opened surgically. Be warned to protect the child from bright light and the stress of reading. So it happened that after studying five tribes, the child was removed from reading and writing. Father caught the harmonium. Thought there will be no pressure on the eyes, music will give mental peace. In this way the hymns of the temples of Aligarh, words and music began to blossom in the child’s gleaming eyes with the association of a brother with literary interest. Growing up, this child reached the Mumbai film industry by the name of Ravindra Jain and his extraordinary talent not only gave melody to films but also serials like ‘Ramayana’ took him from house to house. Tarachand Barjatya’s Rajshree Productions and Raj Kapoor’s RK Films played an important role in Jain’s career. The story is famous that when Jain sang ‘Ek Radha Ek Meera…’ in a meeting in Delhi, Raj Kapoor asked Jain as soon as the song was over, whether he gave this song to anyone or not. I will use it. You will give the music of my next film. Kapoor had immediately booked this song by giving a quarter of a rupee to Ravindra Jain. After losing the biggest bet of his career in 1971’s ‘Mera Naam Joker’, Raj Kapoor was crippled. Had suffered a great financial loss. But the showman again played another bet in the form of ‘Bobby’ (1973). New Hero (Rishi Kapoor), New Heroine (Dimple Kapadia), New Singers (Narendra Chanchal, Shailendra Singh). Neither Shailendra-Hasrat, nor Mukesh, nor Shankar-Jaikishan. Jaikishan had passed away. Laxmikant-Pyarelal, who came to RK, had brought out ‘Bobby’ on the basis of their music, so Raj handed over ‘Satyam Shivam Sundaram’ in 1978 and ‘Prem Rog’ in 1982 and did not disappoint. Despite this, Raj Kapoor, immersed in the beauty and music of the mountains, forgetting Lakshmi and Pyare, brought Ravindra Jain in ‘Ram Teri Ganga Maili’. It celebrated Diamond Jubilee and in bonus Raj gave Ravindra Jain the next film ‘Hina’. Spent a month in Kashmir to prepare for ‘Hina’. He also fed brinjal bhurta made by his own hands in Loni’s farm house. Despite this, being a Jain, Dadu did not eat brinjal.

Translated Version

यहां आपको मूवी / एल्बम - "गीत गाता चल" के लोकप्रिय गीत - "कर गया कान्हा" के बोल मिलेंगे। संगीत निर्देशक "रवींद्र जैन" हैं। गीत / साउंडट्रैक प्रसिद्ध गीतकार "रवींद्र जैन" द्वारा रचित है और "01 जुलाई 1975" को "आरती मुखर्जी" की खूबसूरत आवाज में जारी किया गया था। गाने के संगीत वीडियो में कुछ अद्भुत और प्रतिभाशाली अभिनेता / अभिनेत्री "सचिन, सारिका, मदन पुरी" हैं। इसे "सारेगामा" के संगीत लेबल के तहत जारी किया गया था।


Lyrics in Hindi


कर गया कान्हा मिलान का वडा
जमुना किनारे खड़ी है कब से राधा
न अब तक आई मिलन की वो रात
न अब तक आई मिलन की वो रात


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तुम तो पिया परदेश सिधारे
निस दिन बरसे नैन हमारे
निस दिन बरसे नैन हमारे
तुम तो पिया परदेश सिधारे
निस दिन बरसे नैन हमारे
यहाँ बारह महीने लगी है बरसात
न अब तक आई मिलन की वो रात


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शामा रे मेरी भूल भुलादे
आजा फ्री जो चाहे सजा दे
हो आजा फ्री जो चाहे सजा दे
शामा रे मेरी भुला भुलादे
आजा फ्री जो चाहे सजा दे
मैं अब न करुँगी ठिठोली तेरे साथ
न अब तक आई मिलन की वो रात
कर गया कान्हा मिलान का वडा
जमुना किनारे खड़ी है कब से राधा
न अब तक आई मिलन की वो रात
न अब तक आई मिलन की वो रात


अज्ञात तथ्य


एक तरफ रवींद्र जैन 'रामायण' से घर-घर पहुंचे तो दूसरी तरफ राजश्री की 'सौदागर', 'अंखियों के झरोखों से', 'गीत गाता चल', 'नदिया के पार' जैसी सामाजिक, पारिवारिक फिल्मों के उनके गाने बहुत लोकप्रिय थे। चलिए चलते हैं। रवींद्र जैन ने गीतकार, गायक और संगीतकार के रूप में हिंदी सिनेमा में उल्लेखनीय काम किया। आज रविंद्र जैन की 76वीं जयंती है।
28 फरवरी 1944 को अलीगढ़ के पंडित इंद्रमणि जैन से पैदा हुआ बच्चा रोया लेकिन उसने अपनी आंखें नहीं खोलीं। डॉक्टर आया, ऑपरेशन करके पलकें खोली गईं। बच्चे को तेज रोशनी और पढ़ने के तनाव से बचाने के लिए सावधान रहें। तो हुआ यह कि पाँच कबीलों का अध्ययन कर बालक को पढ़ने-लिखने से हटा दिया गया। पिता ने हारमोनियम पकड़ा। सोचा आंखों पर दबाव नहीं पड़ेगा, संगीत मानसिक शांति देगा। इस तरह एक भाई की साहित्यिक रुचि से बच्चे की चमकती आँखों में अलीगढ़ के मंदिरों के भजन, शब्द और संगीत खिलने लगे। बड़ा होकर यह बच्चा रवींद्र जैन के नाम से मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में पहुंचा और उसकी असाधारण प्रतिभा ने न सिर्फ फिल्मों को धुन दी बल्कि 'रामायण' जैसे सीरियल भी उसे घर-घर ले गए। ताराचंद बड़जात्या की राजश्री प्रोडक्शंस और राज कपूर की आरके फिल्म्स ने जैन के करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कथा प्रसिद्ध है कि जब जैन ने दिल्ली में एक सभा में 'एक राधा एक मीरा...' गाया तो राज कपूर ने गीत समाप्त होते ही जैन से पूछा कि यह गीत किसी को दिया है या नहीं। मैं इसका इस्तेमाल करूंगा। आप मेरी अगली फिल्म का संगीत देंगे। कपूर ने रवींद्र जैन को एक चौथाई रुपये देकर तुरंत इस गाने को बुक कर लिया था। 1971 की 'मेरा नाम जोकर' में अपने करियर का सबसे बड़ा दांव हारने के बाद राज कपूर अपंग हो गए थे। भारी आर्थिक नुकसान हुआ था। लेकिन शोमैन ने फिर से 'बॉबी' (1973) के रूप में एक और दांव खेला। न्यू हीरो (ऋषि कपूर), न्यू हीरोइन (डिंपल कपाड़िया), न्यू सिंगर्स (नरेंद्र चंचल, शैलेंद्र सिंह)। न शैलेंद्र-हसरत, न मुकेश, न शंकर-जयकिशन। जयकिशन का निधन हो गया था। आरके के पास आए लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने अपने संगीत के दम पर 'बॉबी' निकाली थी, इसलिए राज ने 1978 में 'सत्यम शिवम सुंदरम' और 1982 में 'प्रेम रोग' सौंप दिया और निराश नहीं किया। इसके बावजूद पहाड़ों की खूबसूरती और संगीत में डूबे राज कपूर लक्ष्मी और प्यारे को भूलकर 'राम तेरी गंगा मैली' में रवींद्र जैन को लेकर आए। इसने डायमंड जुबली मनाई और बोनस में राज ने रवींद्र जैन को अगली फिल्म 'हिना' दी। 'हिना' की तैयारी के लिए एक महीना कश्मीर में बिताया। लोनी के फार्म हाउस में उन्होंने अपने हाथों से बनाया बैगन का भुरता भी खिलाया। इसके बावजूद दादू जैन होने के कारण बैगन नहीं खाते थे।


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Song Credits & Copyright Details:


गाना / Title : Kar Gaya Kaanha
चित्रपट / Film / Album : Geet Gaata Chal
संगीतकार / Music Director : Ravindra Jain
गीतकार / Lyricist : Ravindra Jain
गायक / Singer(s) : Aarti Mukherji
जारी तिथि / Released Date : 01 July 1975
कलाकार / Cast : Sachin, Sarika, Madan Puri
लेबल / Label : Saregama
निदेशक / Director : Hiren Nag
निर्माता / Producer : Tarachand Barjatya


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