यहाँ आपको Top 10 Kali Maa Bhajan Lyrics बेहतरीन काली माँ भजन लिरिक्स मिलेंग। यह Top 10 Kali Maa Bhajan Lyrics बेहतरीन काली माँ भजन लिरिक्स सबसे ज्यादा लोकप्रिय तथा सबसे ज्यादा सुने जाने वाले भजन है। हम उम्मीद करते हैं आपको यह Top 10 Kali Maa Bhajan Lyrics बेहतरीन काली माँ भजन लिरिक्स पसंद आएंगे।
Kali Maa
मां काली को सभी हिंदू देवी-देवताओं में सबसे गलत समझा जाता है, हालांकि उन्हें अक्सर सबसे शक्तिशाली माना जाता है। काली का काला और उग्र रूप निश्चित रूप से डराने वाला और थाह पाना कठिन है, जब तक कि कोई उसके बारे में सनसनीखेज छवियों के पर्दे के पीछे विवेक के साथ देखने को तैयार न हो। काली की जीभ यहाँ एक हथियार है, डरने के लिए, एक अनुस्मारक कि प्रकृति अंततः सभी जीवन का उपभोग करती है। लोकप्रिय कहानी कहने में, काली के अपनी जीभ बाहर निकालने का कारण घरेलू है। दारुका राक्षस का वध करने के बाद काली ने उसका रक्त पी लिया। खून ने उसे खून की लालसा से पागल कर दिया। एक त्रिशूल और एक तलवार भी काली द्वारा अंकित की जाने वाली सामान्य विशेषताएं हैं। काली की सबसे आम अभिव्यक्ति में, देवी की चार भुजाएँ हैं और वह अपनी पत्नी शिव की सर्वोच्च आकृति के ऊपर खड़ी हैं। काली के दस-सशस्त्र संस्करण में, वह चमकदार नीली है और आमतौर पर शिव पर खड़ी नहीं होती है।
Top 10 Kali Maa Bhajan Lyrics | बेहतरीन काली माँ भजन लिरिक्स
- Jai Kaali Kalkatte Wali
- Hey Kaalo ki Kaal Mahakaali
- Na Mane Na Mane Meri Mata Maha Kali
- Jai Kali Kali Kali
- Jai Dakshineshwar Kaali Maa
- Cham Cham Naach Rahi Maa Kali
- Kali kali Re Mori Mata
- Kali Nache Navratre Mein
- Aa Gai Ma Bhawani Re
- Jai Kali Jai Kali Maa
1. Jai Kaali Kalkatte Wali जय काली कलकते वाली
जय काली जय काली जय काली जय काली
जय काली जय काली काली
जय काली कलकते वाली जय काली
वार तेरा न जाये खाली जय काली जय काली काली।
गल मुंडा दी माला जचदी ,
कटे भुज्जावा दा लहंगा पा के नचदी,
भरीया रक्त नाल खप्पर खाली जय काली जय काली काली।
जय काली कलकते वाली जय काली।
जय काली कलकते वाली जय काली॥
जदो रूप हो जावे चंडी,
फिर दुष्टां दी वज जावे तुम्बी,
नेना दे विच भेरा दी लाली जय काली जय काली काली।
जय काली कलकते वाली जय काली।
जय काली कलकते वाली जय काली॥
शुम्भ निस्शुम नु मार डाली माँ
अपने भगता नु पार निकाली माँ
सो सो शेरा तो वध बलशाली जय काली जय काली काली।
जय काली कलकते वाली जय काली।
जय काली कलकते वाली जय काली॥
दुर्गे रूप च त्रिशूल साजे
काली च खड़ खड खडग वाजे
2. Hey Kaalo ki Kaal Mahakaali कालो की काल महाकाली
कालो की काल महाकाली
भवानी माई कलकत्ता वाली
कलकत्ता वाली भवानी माई काली
महिमा तुम्हारी निराली
भवानी माई कलकत्ता वाली
हे अंगारों जैसे नयन लाल लाल
अधरों की लाली गले मुंड माल
जा लम्बी जीभ न काली
भवानी माई कलकत्ता वाली
आगे है हनुमत जी झंडा संभाले
पीछे कुबेर संग भैरव मतवाले
अरे बिच में विकराल रूप वाली
भवानी माई कलकत्ता वाली
दानव दलन करे दुष्टों को मारे
काली की शक्ति जगत जन के तारे
अरे हाथो में भारी भुजाली
भवानी माई कलकत्ता वाली
काली की शक्ति को जिसने भी जाना
मौनी दीवाना हुआ उसका जमाना
दुष्टों से जगत करो खाली
भवानी माई कलकत्ता वाली
3. Na Mane Na Mane Meri Mata Maha Kali न माने न माने मेरी माता महा काली
न माने न माने रे
ये माता महा काली
माता महा काली
न माने न माने रे
ये माता महा काली
माता महा काली
छिटकाये लत काली काली
लंबे लंबे कदम बढ़ ली
खून से खप्पर को कहर डाली
न माने न माने रे
ये माता महा काली
माता महा काली
एक हाथ में खडग लिए माँ
दूजे हाथ में है तलवार
रक्त बीज के शीश काट ली
चंडी करती वार पे वार
चंडी करती वार पे वार
एक बूँद न गिरी जम्में पर
खून दुष्टों का पी डाली
न माने न माने रे
ये माता महा काली
माता महा काली ….
आँखों से चिंगारी छोड़े
मुख से माँ छोड़े ज्वाला
मुख से माँ छोड़े ज्वाला
क्रोध भयंकर है काली का
दूर हाते आने वाला
दूर हाते आने वाला
सुनो युद्ध की इस भूमि पर
खून से वहहयी है लाली
न माने न माने रे
ये माता महा काली
माता महा काली ….
शांत हुई न रद चंडी
जब मैच हुआ था हाहाकार
तब काली का क्रोध मिटने
आये निरंजन शिव त्रिपुरारि
पाँव पड़ा जब शिव जी के ऊपर
जीभ चंडिका ने निकली
न माने न माने रे
ये माता महा काली
माता महा काली ….….
न माने न माने रे
ये माता महा काली
माता महा काली ….…
4. Jai Kali Kali Kali जय काली काली काली
काली तारा सोडसी पवनेश्वरी
भारवि चिन नमस्ते धूवती बौना
मातंगी कमला माँ
जय काली जय काली जय काली माँ
जय शक्ति शाली जय महाकाली माँ
जय काली जय काली जय काली माँ
जय शक्ति शाली जय महाकाली माँ
दे माँ हमें शक्ति का दान दे
दे माँ हमें भक्ति का दान दे
जीवन में हम न किसी से डरे
दे माँ हमें ऐसा वरदान दे
जय काली जय काली जय काली माँ
जय शक्ति शाली जय महाकाली माँ
जय काली जय काली जय काली माँ
जय शक्ति शाली जय महाकाली माँ
हो माँ हो माँ हो माँ
अन्याय हम न किसी का सही
अन्याय हम न किसी पर करे
अन्याय हम न किसी का सही
अन्याय हम न किसी पर करे
हर जुल्म का सामना हम करे
जुल्म ओ सितम से कभी न डरे
जय काली जय काली जय काली माँ
जय शक्ति शाली जय महाकाली माँ
जय काली जय काली जय काली माँ
जय शक्ति शाली जय महाकाली माँ
हो माँ माँ हो माँ
आन्ह्को में बस तेरी सूरत रहे
मन में बसी तेरी मूरत रहे
आन्ह्को में बस तेरी सूरत रहे
मन में बसी तेरी मूरत रहे
हर पल तेरे गीत गाते रहे
पूजा के दीपक जलाते रहे
जय काली जय काली जय काली माँ
जय शक्ति शाली जय महाकाली माँ
जय काली जय काली जय काली माँ
जय शक्ति शाली जय महाकाली माँ
हो माँ हो माँ हो माँ
जिस मन की जैसी रहे भावना
वैसा वो देखे तेरा रूप माँ
जिस मन की जैसी रहे भावना
वैसा वो देखे तेरा रूप माँ
जिस रूप की भाकर पूजा करे
उस रूप से सभी बख़्त डारे
जय काली जय काली जय काली माँ
जय शक्ति शाली जय महाकाली माँ
दे माँ हमें शक्ति का दान दे
दे माँ हमें भक्ति का दान दे
जीवन में हम न किसी से डरे
दे माँ हमें ऐसा वरदान दे
जय काली जय काली जय काली माँ
जय शक्ति शाली जय महाकाली माँ
जय काली जय काली जय काली माँ
जय शक्ति शाली जय महाकाली माँ
हो माँ हो माँ हो माँ
चाँद मुण्ड को तूने था मेरा
महिषासुर भी तुझसे हरा
महिषासुर भी तुझसे हरा
शुंभ निशुंभ का विनाश किया माँ
रक्त बीज का रक्त पिया माँ
रक्त बीज का रक्त पिया माँ
मधु कैटभ वध करने वाली
देवो का दुःख हरने वाली
महाकाल का कल तू माता
तू भक्तों की जीवन दाता
जय काली जय काली जय काली माँ
जय शक्ति शाली जय महाकाली माँ
जय काली जय काली जय काली माँ
जय शक्ति शाली जय महाकाली माँ
हो माँ माँ हो माँ हो मामा
जय काली जय काली जय काली माँ
जय शक्ति शाली जय महाकाली माँ
जय काली जय काली जय काली माँ
जय शक्ति शाली जय महाकाली माँ.
5. Jai Dakshineshwar Kaali Maa जय दक्षिणेश्वर काली माँ
ॐ जय दक्षिणेसुवारी काली
जय जय महाशक्ति शाली
मंगल करणी अमङ्गल हरनि
रक्ष रक्ष म खप्पर वाली
ॐ जय दक्षिणेसुवारी काली
जय जय महाशक्ति शाली
मंगल करणी अमङ्गल हरनि
रक्ष रक्ष म खप्पर वाली
ॐ जय दक्षिणेसुवारी काली
मधु और केझाव नाशनी माता
सब सुख डाई भव भय जाता
मधु और केझाव नाशनी माता
सब सुख डाई भव भय जाता
सुम्भ हरिणी खडग धारिणी
महा मोहनी जग विधता
मंगल करणी अमङ्गल हरनि
रक्ष रक्ष म खप्पर वाली
ॐ जय दक्षिणेसुवारी काली
जय जय महाशक्ति शाली
मंगल करणी अमङ्गल हरनि
रक्ष रक्ष म खप्पर वाली
ॐ जय दक्षिणेसुवारी काली
शनवार ुधा समशान वासिनी
घोर घोर घोर घरजनी
शनवार ुधा समशान वासिनी
घोर घोर घोर घरजनी
दिगम्बरी रक्त चढे देवि
लहें जिह्वा तू स्वयं भवानी
मंगल करणी अमङ्गल हरनि
रक्ष रक्ष म खप्पर वाली
ॐ जय दक्षिणेसुवारी काली
जय जय महाशक्ति शाली
मंगल करणी अमङ्गल हरनि
रक्ष रक्ष म खप्पर वाली
ॐ जय दक्षिणेसुवारी काली
कृषणा वार्ना कंकाली
दक्षिण माइयाँ बहु भुजधारी
कृषणा वार्ना कंकाली
दक्षिण माइयाँ बहु भुजधारी
दुःख भंजनि जगत वन्दनी
काल रूप काल करारी
मंगल करणी अमङ्गल हरनि
रक्ष रक्ष म खप्पर वाली
ॐ जय दक्षिणेसुवारी काली
जय जय महाशक्ति शाली
मंगल करणी अमङ्गल हरनि
रक्ष रक्ष म खप्पर वाली
ॐ जय दक्षिणेसुवारी काली
जय दक्षिणेसुवारी काली
जय दक्षिणेसुवारी काली
जय दक्षिणेसुवारी काली
जय दक्षिणेसुवारी काली.
6. Cham Cham Naach Rahi Maa Kali छम छम नाच रही माँ काली
जय जय काली माँ, जय जय काली माँ,
छम-छम छम-छम काली चली,
कालो की काल महाकाली चली,
दुष्टो का करने संघार, माँ चली,
जय जय काली माँ, जय जय काली माँ,
जय जय काली माँ, जय जय काली माँ,
जब जब काली रण में चले,
दुष्टो की सेना में हड़कम मचे,
मारे काटे दांतो से पीसे,
लाल लाल जिव्हा से खून बहे,
काट काट मुंडो के ढेर लगे,
पापी संघारे न ढेर लगे,
पल में लाल धरा को, कर चली,
जय जय काली माँ, जय जय काली माँ,
जय जय काली माँ, जय जय काली माँ,
चण्ड को मारे मुंड को मारे,
महिषा सुर को पकड़ पछाड़े,
मधु के डप का नाश करे माँ,
शुंभ निशुंभ को भी निशारे,
आधी शक्ति शिव दूती तुम्ही,
शिव भोले की भक्ति तुम्ही,
सौ सौ हाथो वाली माँ चली,
जय जय काली माँ, जय जय काली माँ,
जय जय काली माँ, जय जय काली माँ,
तंत्र को काटे मंतर को काटे,
भूत प्रेत को दूर भगाये ,
लहू की प्याली भर भर पीती,
पकड़ के गर्दन काट के लाये,.
कोई प्रचंड माँ तुमसे नहीं,
कोई अखंड माँ तुमसे नहीं,
दुस्ट वि तारण माँ चली,
जय जय काली माँ, जय जय काली माँ,
जय जय काली माँ, जय जय काली माँ,
महा काली का रूप भयंकर,
थर थर कांपे है धरती गगन,
तीनो ही लोक गाते है महिमा,
सुर नर मुनि सब करे सुमिरन,
चरणों में देव महादेव पड़े,
हाथो को जोड़ जोड़ सारे खड़े,
दीपक कैसी मच गई खलबली ,
जय जय काली माँ, जय जय काली माँ,
जय जय काली माँ, जय जय काली माँ
7. Kali kali Re Mori Mata काली काली रे मोरी माता
काली काली रे मोरी माता कालका,
माता कालका माता कालका ,
कलकाते की काली मैया,
काली मैया काली मैया,
जग में जाहिर नाम माई रे,
काली काली रे मोरी माता कालका,
मइहर में बैठी माता शरधा माता शरधा ,
देती सुर और ज्ञान माई रे,
काली काली रे मोरी माता कालका,
देवर में बैठी त्रिपुर सुंदरी,
तीनो रूप दिखाए माई रे,
काली काली रे मोरी माता कालका,
काली मटकी मैया काली,
सोभा मठ की बढ़ाये माई रे,
काली काली रे मोरी माता कालका,
पांच भगत मैया यश तोरे गाये,
दयो आशीष मनाये माई रे,
काली काली रे मोरी माता कालका
8. Kali Nache Navratre Mein काली नचे नवरात्रे में
जय माँ जय माँ जय माँ
काली नचे नवरात्रे में
धरती पे नाचे अंबर पे नचे
काली नचे नवरात्रे में
तन पे छल लाते सिंह की
आँखों में माँ की ज्वाला है
तन खून से जीवन निकले
गले में मुंडो की माला है
उठा लिया है त्रिशूल हाथ में
भैरव को लालकरे रे
काली नचे नवरात्रे में
धरती पे नाचे अंबर पे नचे
काली नचे नवरात्रे में
नाग पे नचे माँ कलि
आये पे नचे माँ कलि
फूल पे नचे माँ कलि
शूल पे नचे माँ कलि
जल पे नचे माँ कलि
थल पे नचे माँ कलि
नभ पे नचे माँ कलि
सबसे नचे मां कलि
रक्त पीव काली मैया
रक्त बीज को मारे रे
चारो दिशाये नचे घूमे
थार थार धरती कापे रे
तीनो लोक के वेद है लग गए
मां काली को मनने में
काली नचे नवरात्रे में
सूर असुर दानव सब भागे
माँ काली के रूप के आगे रे
टिक ना पाए मां काली के उम्र
महिमा अप्रम पर है माँ की
पद्म गए जमाने में
काली नचे नवरात्रे में
धरती पे नाचे अंबर पे नचे
नचे काली नवरात्रे में
काली नचे नवरात्रे में
9. Aa Gai Ma Bhawani Re आ गई मां भवानी रे
अस्त भुजी अम्बे जगदम्बे
मैया शेरावाली रे
आ गई मां भवानी रे
अस्त भुजी अम्बे जगदम्बे
मैया शेरावाली रे
आ गई मां भवानी रे
हर विपदा संकट से कार्तिक
भक्तों की रखवाली रे
मैया महाकाली रे
आ गई मां भवानी रे
एक हाथ में गड़ा विराजे
दोजे में तलवार
दोजे में तलवार भवानी
दोजे में तलवार
दानव दल को कटां वली
मैया शेरावाली रे
आ गई मां भवानी रे
मैया महाकाली रे
तीजे हाथ त्रिशूल विराजे
चौथे में कृपाण
चौथे में कृपाण भवानी
चौथे में कृपाण
भक्तो को मां तरण वली
माँ शेरावाली रे
आगयी मां भवानी रे
मैया महाकाली रे
आ गई मां भवानी रे
पाछवे हाथ में शंख विराजे
छटे चक्र की शान
छटे चक्र की शान भवानी
छटे चक्र की शान
दुश्मनो को मां मारने वाली मां
मैया शेरावाली रे
आगयी मां भवानी रे
मैया महाकाली रे
आ गई मां भवानी रे
सातवे हाथ में फूल विराजे
आष्ट समय वरदान
आष्ट समय वरदान भवानी
आष्ट समय वरदान
योगी को मां पालने वाले
मैया शेरवाली रे
आगयी मां भवानी रे
मैया महाकाली रे
आ गई मां भवानी रे
हर विपदा संकट से कार्तिक
भक्तों की रखवाली रे
मैया महाकाली रे
आ गई मां भवानी रे
मैया कनकली रे
मैया महरवाली रे
मैया चंडी रानी रे
मैया पावागढ़ वाली रे
मैया सल्कनपुर वाली रे
आ गई मां भवानी रे
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