LYRIC

Here you will find the lyrics of the popular song – “Tere Hamsafar Geet Hai Tere” from the Movie / Album – “Dharam Karam”. The Music Director is “Rahul Dev Burman”. The song / soundtrack has been composed by the famous lyricist “Majrooh Sultanpuri” and was released on “01 December 1975” in the beautiful voice of “Asha Bhosle, Kishore Kumar, Mukesh Chand Mathur”. The music video of the song features some amazing and talented actor / actress “Raj Kapoor, Randhir Kapoor, Rekha, Dara Singh”. It was released under the music label of “Saregama”.

Tere Hamsafar Geet Hai Tere Lyrics in Hindi | तेरे हमसफ़र गीत है तेरे लिरिक्स

Lyrics in English

Tere humsafar geet hai tere
Geet hi to jivan mit hai tere
Tere humsafar geet hai tere
Geet hi to jivan mit hai tere
Ho nagme pyar ke tu gaye ja
Gaye ja aur muskaraye ja
Tere humsafar geet hai tere
Geet hi to jivan mit hai tere
Tere humsafar geet hai tere
Geet hi to jivan mit hai tere
Ho nagme pyar ke tu gaye ja
Gaye ja aur muskaraye ja
Tere humsafar geet hai tere
Geet hi to jivan mit hai tere
Tere humsafar geet hai tere
Geet hi to jivan mit hai tere

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Sundarta ki o shajadi
Husn ki devi hai
Murat khamoshi ki
Itni pyari surat leke kash ke tu
Bhi mere sur me ga skati
Har dil ko deewana
Tu bana deti janeman
Har dil ko deewana
Tu bana deti janeman
Tere humsafar geet hai tere
Geet hi to jivan mit hai tere
Tere humsafar geet hai tere
Geet hi to jivan mit hai tere
Ho nagme pyar ke tu gaye ja
Gaye ja aur muskaraye ja
Tere humsafar geet hai tere
Geet hi to jivan mit hai tere
Tere humsafar geet hai tere
Geet hi to jivan mit hai tere

🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵

Mere humdam mere sathi
Teri dhun me kya
Jadu hai kya jane
Mere humdam mere sathi
Teri dhun me kya
Jadu hai kya jane
Gungunane lage dil
Ke wirane dekho na
Gungunane lage dil
Ke wirane dekho na
Tere humsafar geet hai tere
Geet hi to jivan mit hai tere
Ho nagme pyar ke tu gaye ja
Gaye ja aur muskaraye ja

🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵

Geet suna ke saz bazake
Geet suna ke saz bazake
Pal do pal ko
Dukhiyo ka dil bahla de
O geet suna ke saz bazake
Pal do pal ko
Dukhiyo ka dil bahla de
Koi kam kar gaye hum to ye jane
Duniya me koi kam kar gaye
Hum to ye jane duniya me
Tere humsafar geet hai tere
Geet hi to jivan mit hai tere
Ho nagme pyar ke tu gaye ja
Gaye ja aur muskaraye ja
Tere humsafar geet hai tere
Geet hi to jivan mit hai tere
Tere humsafar geet hai tere
Geet hi to jivan mit hai tere
Tere humsafar geet hai tere
Geet hi to jivan mit hai tere

Unknown Facts

Freestyle wrestling was prevalent all over India in the nineteen sixties. Dara Singh was born on 19 November 1928 in Dharmuchak village of Amritsar, Punjab. Dara Singh left his studies at a young age and started farming. After this he also did non-professional wrestling and in the year 1947, Dara moved to Singapore with his uncle. Dara Singh’s full name was Didar Singh Randhawa. Dara is a world famous freestyle wrestler of his time.
Wrestler in Singapore had all four corners: During India’s independence, in 1947 in Singapore, Dara Singh competed with the Malaysian champion Tarlok Singh of ‘Indian style’ wrestling, and in this wrestling, Dara Singh was killed after killing Tarlok. Singh’s victorious campaign began. After defeating wrestlers from many countries, he returned to India in the year 1952 and became the Indian Wrestling Champion (National Champion) in 1954. Dara Singh defeated more than 500 wrestlers, including Pakistan’s Majid Akra, Shane Ali and Tariq Ali, Japan’s Rikodogen, European Champion Bill Robinson, England’s Champion Patrock, among others. The most important thing in this victory of Dara Singh is that most of the wrestlers were beaten by Dara Singh in his house. To salute the art of wrestling Dara Singh was awarded the title of Rustom-e-Punjab in the year 1966 and Rustom-e-Hind in the year 1978.

Translated Version

यहां आपको मूवी / एल्बम - "धरम करम" के लोकप्रिय गीत - "तेरे हमसफ़र गीत है तेरे" के बोल मिलेंगे। संगीत निर्देशक "राहुल देव बर्मन" हैं। गीत / साउंडट्रैक प्रसिद्ध गीतकार "मजरूह सुल्तानपुरी" द्वारा रचित है और "आशा भोंसले, किशोर कुमार, मुकेश चंद माथुर" की खूबसूरत आवाज में "01 दिसंबर 1975" को जारी किया गया था। गाने के संगीत वीडियो में कुछ अद्भुत और प्रतिभाशाली अभिनेता / अभिनेत्री "राज कपूर, रणधीर कपूर, रेखा, दारा सिंह" हैं। इसे "सारेगामा" के संगीत लेबल के तहत जारी किया गया था।


Lyrics in Hindi


तेरे हमसफ़र गीत है तेरे
गीत ही तो जीवन मित है तेरे
तेरे हमसफ़र गीत है तेरे
गीत ही तो जीवन मित है तेरे
हो नग्मे प्यार के तू गए जा
गए ज और मुस्कराये जा
तेरे हमसफ़र गीत है तेरे
गीत ही तो जीवन मित है तेरे
तेरे हमसफ़र गीत है तेरे
गीत ही तो जीवन मित है तेरे
हो नग्मे प्यार के तू गए जा
गए ज और मुस्कराये जा
तेरे हमसफ़र गीत है तेरे
गीत ही तो जीवन मित है तेरे
तेरे हमसफ़र गीत है तेरे
गीत ही तो जीवन मित है तेरे


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सुंदरता की ो सहजादी
हुस्न की देवी है
मूरत ख़ामोशी की
इतनी प्यारी सूरत लेके काश के तू
भी मेरे सुर में गा सकती
हर दिल को दीवाना
तू बना देती जानेमन
हर दिल को दीवाना
तू बना देती जानेमन
तेरे हमसफ़र गीत है तेरे
गीत ही तो जीवन मित है तेरे
तेरे हमसफ़र गीत है तेरे
गीत ही तो जीवन मित है तेरे
हो नग्मे प्यार के तू गए जा
गए ज और मुस्कराये जा
तेरे हमसफ़र गीत है तेरे
गीत ही तो जीवन मित है तेरे
तेरे हमसफ़र गीत है तेरे
गीत ही तो जीवन मित है तेरे


🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵🎵


मेरे हमदम मेरे साथी
तेरी धुन में क्या
जादू है क्या जाने
मेरे हमदम मेरे साथी
तेरी धुन में क्या
जादू है क्या जाने
गुनगुनाने लगे दिल
के वीराने देखो न
गुनगुनाने लगे दिल
के वीराने देखो न
तेरे हमसफ़र गीत है तेरे
गीत ही तो जीवन मित है तेरे
हो नग्मे प्यार के तू गए जा
गए ज और मुस्कराये जा


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गीत सुना के साज़ बजाके
गीत सुना के साज़ बजाके
पल दो पल को
दुखियों का दिल बहला दे
ो गीत सुना के साज़ बजाके
पल दो पल को
दुखियों का दिल बहला दे
कोई काम कर गए हम तो ये जाने
दुनिया में कोई काम कर गए
हम तो ये जाने दुनिया में
तेरे हमसफ़र गीत है तेरे
गीत ही तो जीवन मित है तेरे
हो नग्मे प्यार के तू गए जा
गए ज और मुस्कराये जा
तेरे हमसफ़र गीत है तेरे
गीत ही तो जीवन मित है तेरे
तेरे हमसफ़र गीत है तेरे
गीत ही तो जीवन मित है तेरे
तेरे हमसफ़र गीत है तेरे
गीत ही तो जीवन मित है तेरे


अज्ञात तथ्य


उन्नीस साठ के दशक में फ्रीस्टाइल कुश्ती पूरे भारत में प्रचलित थी। दारा सिंह का जन्म 19 नवंबर 1928 को पंजाब के अमृतसर के धरमुचक गांव में हुआ था। दारा सिंह ने छोटी उम्र में ही पढ़ाई छोड़ दी और खेती करने लगे। इसके बाद उन्होंने गैर-पेशेवर कुश्ती भी की और साल 1947 में दारा अपने चाचा के साथ सिंगापुर चले गए। दारा सिंह का पूरा नाम दीदार सिंह रंधावा था। दारा अपने समय के विश्व प्रसिद्ध फ्रीस्टाइल पहलवान हैं।
सिंगापुर में पहलवान के चारों कोने थे: भारत की आजादी के दौरान, 1947 में सिंगापुर में, दारा सिंह ने 'भारतीय शैली' कुश्ती के मलेशियाई चैंपियन तरलोक सिंह के साथ प्रतिस्पर्धा की, और इस कुश्ती में दारा सिंह तारलोक को मारकर मारे गए। सिंह का विजयी अभियान शुरू हुआ। कई देशों के पहलवानों को हराने के बाद, वह वर्ष 1952 में भारत लौट आए और 1954 में भारतीय कुश्ती चैंपियन (नेशनल चैंपियन) बने। दारा सिंह ने 500 से अधिक पहलवानों को हराया, जिनमें पाकिस्तान के माजिद अकरा, शेन अली और तारिक अली, जापान के रिकोडोजेन शामिल हैं। यूरोपीय चैंपियन बिल रॉबिन्सन, इंग्लैंड के चैंपियन पैट्रॉक, सहित अन्य। दारा सिंह की इस जीत में सबसे खास बात यह रही कि ज्यादातर पहलवानों को दारा सिंह ने उनके घर में ही पीटा। कुश्ती की कला को सलाम करने के लिए दारा सिंह को 1966 में रुस्तम-ए-पंजाब और 1978 में रुस्तम-ए-हिंद की उपाधि से नवाजा गया था।


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Song Credits & Copyright Details:


गाना / Title : Tere Hamsafar Geet Hai Tere
चित्रपट / Film / Album : Dharam Karam
संगीतकार / Music Director : Rahul Dev Burman
गीतकार / Lyricist : Majrooh Sultanpuri
गायक / Singer(s) : Asha Bhosle, Kishore Kumar, Mukesh Chand Mathur
जारी तिथि / Released Date : 01 December 1975
कलाकार / Cast : Raj Kapoor, Randhir Kapoor, Rekha, Dara Singh
लेबल / Label : Saregama
निदेशक / Director : Randhir Kapoor
निर्माता / Producer : Raj Kapoor


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