यहाँ आपको Top 10 Shiv Ji Bhajan Lyrics शिव जी भजन लिरिक्स मिलेंग। यह Top 10 Shiv Ji Bhajan Lyrics शिव जी भजन सबसे ज्यादा लोकप्रिय तथा सबसे ज्यादा सुने जाने वाले भजन है। हम उम्मीद करते हैं आपको यह Top 10 Shiv Ji Bhajan Lyrics शिव जी भजन लिरिक्स पसंद आएंगे।
Shiv Ji Bhagwan
माना जाता है कि शिव की उत्पत्ति रुद्र से हुई थी, जो वैदिक काल के दौरान सिंधु घाटी में पूजे जाने वाले देवता थे। रुद्र एक शिकारी और तूफान देवता थे, और अपने तरीके से बहुत भयंकर थे। वह वैदिक देवताओं में मुख्य देवताओं में से एक थे। शिव को महादेव के रूप में वर्णित किया गया है क्योंकि उन्हें देवताओं (देवताओं) से लेकर असुरों (राक्षसों) तक सभी ने प्रसन्न किया है। इंद्र और कुबेर जैसे महान देवता, साथ ही हिरण्यकश्यप और रावण जैसे महान राक्षसों ने उनकी पूजा की। इसलिए शिव को अच्छे और बुरे दोनों के स्रोत के रूप में देखा जाता है और उन्हें कई विरोधाभासी तत्वों को जोड़ने वाला माना जाता है। शिव को अदम्य जुनून के लिए जाना जाता है, जो उन्हें व्यवहार में चरम पर ले जाता है। कभी-कभी वह एक तपस्वी होता है, सभी सांसारिक सुखों से दूर रहता है। दूसरों पर वह एक सुखवादी है। शिव को त्रिमूर्ति के भीतर “विनाशक” के रूप में जाना जाता है, सर्वोच्च देवत्व के ट्रिपल देवता जिसमें ब्रह्मा और विष्णु शामिल हैं। शैव परंपरा में, शिव सर्वोच्च भगवान हैं जो ब्रह्मांड की रचना, रक्षा और परिवर्तन करते हैं। शिव संहारक हैं जो समय के चक्र को समाप्त करते हैं, जो बदले में, एक नई सृष्टि की शुरुआत करता है। पार्वती के साथ, शिव का एक पुत्र था, भगवान गणेश। लड़के को वास्तव में उसकी कंपनी रखने और उसकी रक्षा करने के लिए मिट्टी और मिट्टी से बनाया गया था, जबकि शिव अपने ध्यान भटक रहे थे। उनकी पत्नी, देवी पार्वती, चिंतित थीं, क्योंकि उन्होंने जहर को रोकने के लिए अपने पति की गर्दन को दोनों हाथों से पकड़ लिया था, इस प्रकार उन्हें विशाखा नाम मिला (जिसने अपने (शिव के) गले में जहर रखा था)। बाद में उन्हें पार्वती के एक रूप महाविद्या तारा ने बचा लिया। जहर ने उसका गला चोट की तरह नीला कर दिया।
Top 10 Shiv Ji Bhajan Lyrics | शिव जी भजन लिरिक्स
1. Shiv Shankar Ko Jisne Pooja शिव शंकर को जिसने पूजा Bhajan Lyrics
Singer – Anuradha Paudwal
शिव शंकर को जिसने पूजा,
उसका ही उद्धार हुआ ।
अंत काल को भवसागर में,
उसका बेडा पार हुआ ॥
भोले शंकर की पूजा करो,
ध्यान चरणों में इसके धरो ।
हर हर महादेव शिव शम्भू,
हर हर महादेव शिव शम्भू ।
हर हर महादेव शिव शम्भू…
डमरू वाला है जग में दयालु बड़ा
दीन दुखियों का देता जगत का पिता ॥
सब पे करता है ये भोला शंकर दया
सबको देता है ये आसरा ॥
इन पावन चरणों में अर्पण,
आकर जो इक बार हुआ,
अंतकाल को भवसागर में,
उसका बेडा पार हुआ,
हर हर महादेव शिव शम्भू,
हर हर महादेव शिव शम्भू ।
हर हर महादेव शिव शम्भू…
नाम ऊँचा है सबसे महादेव का,
वंदना इसकी करते है सब देवता ।
इसकी पूजा से वरदान पातें हैं सब,
शक्ति का दान पातें हैं सब।
नाथ असुर प्राणी सब पर ही,
भोले का उपकार हुआ ।
अंत काल को भवसागर में,
उसका बेडा पार हुआ॥
शिव शंकर को जिसने पूजा,
उसका ही उद्धार हुआ ।
अंत काल को भवसागर में,
उसका बेडा पार हुआ ॥
भोले शंकर की पूजा करो,
ध्यान चरणों में इसके धरो ।
हर हर महादेव शिव शम्भू,
हर हर महादेव शिव शम्भू ।
हर हर महादेव शिव शम्भू…
2. Subah Subah Le Shiv Ka Naam सुबह सुबह ले शिव का नाम Bhajan Lyrics
Singer – Hariharan
सुबह सुबह ले शिव का नाम,
कर ले बन्दे यह शुभ काम ।
सुबह सुबह ले शिव का नाम,
शिव आयेंगे तेरे काम ॥
ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय…
खुद को राख लपेटे फिरते,
औरों को देते धन धाम ।
देवो के हित विष पी डाला,
नीलकंठ को कोटि प्रणाम ॥
॥ सुबह सुबह ले शिव…॥
शिव के चरणों में मिलते है,
सारी तीरथ चारो धाम ।
करनी का सुख तेरे हाथों,
शिव के हाथों में परिणाम ॥
॥ सुबह सुबह ले शिव…॥
शिव के रहते कैसी चिंता,
साथ रहे प्रभु आठों याम ।
शिव को भजले सुख पायेगा,
मन को आएगा आराम ॥
॥ सुबह सुबह ले शिव…॥
सुबह सुबह ले शिव का नाम,
कर ले बन्दे यह शुभ काम ।
सुबह सुबह ले शिव का नाम,
शिव आयेंगे तेरे काम ॥
3. Hey Shambhu Baba Mere Bhole Nath हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ Bhajan Lyrics
Singer – Hariharan
हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ,
तीनो लोक में तू ही तू ।
श्रद्धा सुमन मेरा,
मन बेलपत्री,
जीवन भी अर्पण कर दूँ ॥
जग का स्वामी है तू,
अंतरयामी है तू,
मेरे जीवन की,
अनमिट कहानी है तू ।
तेरी शक्ति अपार,
तेरा पावन है द्वार,
तेरी पूजा ही,
मेरा जीवन आधार ।
धुल तेरे चरणों की ले कर,
जीवन को साकार किया ॥
॥ हे शम्भू बाबा…॥
मन में है कामना,
कुछ मैं और जानू ना,
ज़िन्दगी भर करू,
तेरी आराधना।
सुख की पहचान दे,
तू मुझे ज्ञान दे,
प्रेम सब से करूँ,
ऐसा वरदान दे ।
तुने दिया बल निर्बल को,
अज्ञानी को ज्ञान दिया ॥
॥ हे शम्भू बाबा…॥
हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ,
तीनो लोक में तू ही तू।
श्रद्धा सुमन मेरा,
मन बेलपत्री,
जीवन भी अर्पण कर दूँ॥
4. Hey Bhole Shankar Padhaaro हे भोले शंकर पधारो Bhajan Lyrics
Singer – Hariharan
हे भोले शंकर पधारो बैठे छिप के कहाँ ।
गंगा जटा में तुम्हारी, हम प्यासे यहाँ ॥
महा सती के पति मेरी सुनो वंदना ।
आओ मुक्ति के दाता पड़ा संकट यहाँ ॥
बगीरथ को गंगा प्रभु तुमने दी थी,
सगर जी के पुत्रों को मुक्ति मिली थी ।
नील कंठ महादेव हमें है भरोसा है,
इच्छा तुम्हारी बिना कुछ भी नहीं होता ॥
हे भोले शम्भू पधारो किस ने रोके वहां,
आयो भसम रमयिया सब को तज के यहाँ ॥
मेरी तपस्या का फल चाहे लेलो,
गंगा जल अब अपने भक्तो को दे दो ।
प्राण पखेरू कहीं प्यासा उड़ जाए ना,
कोई तेरी करुना पे उंगली उठाए ना ॥
भिक्षा मैं मांगू जन कल्याण की,
इच्छा करो पूरी गंगा सनान की ॥
अब ना देर करो, आ के कष्ट हरो,
मेरी बात रख लो, मेरी लाज रख लो ॥
हे भोले गंगधार पधारो, डोरी टूट जाए ना,
मेरा जग में नहीं कोई तुम्हारे बिना ॥
नंदी की सौगंध तुमे, वास्ता कैलाश का,
बुझ ना देना दीया मेरे विशवास का ।
पूरी यदि आज ना हुई मनोकामना,
फिर दीनबंधू होगा तेरा नाम ना ।
भोले नाथ पधारो, तुमने तारा जहां,
आओ महा सन्यासी अब तो आ जाओ ना ॥
5. Chalo Shiv Shankar Ke Mandir Mein चलो शिव शंकर के मंदिर में Bhajan Lyrics
Singer – Anuradha Paudwal
हर हर हर महादेव की जय हो
शंकर शिव कैलाशपति की जय हो
चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तों
चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तों
शिव जी के चरणों में सर को झुकाए
करें अपने तन मन को गंगा सा पावन
करें अपने तन मन को गंगा सा पावन
जपें नाम शिव का भजन इनके गाएं
(चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तों)
(हर हर महादेव की जय हो
हर हर महादेव की जय हो
हर हर महादेव की जय हो
हर हर महादेव की जय हो)
ये संसार है झूठी माया का बंधन
शिवालय में मारग है मुक्ति का भक्तों
(ॐ नमः शिवाय नमो)
महादेव का नाम लेने से हर दिन
मिलेगा हमें दान शक्ति का भक्तों
मिट्टी में मिट्टी की काया मिलेगी
मिट्टी में मिट्टी की काया मिलेगी
चलो आत्मा को तो कुंदन बनाएं
(चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तों)
कहीं भी नहीं अंत उस की दया का
करें वंदना उस दयालु पिता की
(ॐ नमः शिवाय नमो)
हमें भी मिले छावं उसकी कृपा की
हमें भी मिले भीख उसकी दया की
लगाकर समाधि करें शिव का सुमिरन
लगाकर समाधि करें शिव का सुमिरन
यूँ सोये हुए भाग्य अपने जगाएं
(चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तों)
करें सब का कल्याण, कल्याणकारी
भरे सबके भण्डार त्रिनेत्र धारी
(ॐ नमः शिवाय नमो)
कोई उसको जग में कमी ना रहेगी
बनेगा जो तनमन से शिव का पुजारी
करें नाम लेकर सफल अपना जीवन
करें नाम लेकर सफल अपना जीवन
ये अनमोल जीवन यूँही ना गवाए
चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तों
शिव जी के चरणों में सर को झुकाए
करें अपने तन मन को गंगा सा पावन
जपें नाम शिव का भजन इनके गाएं
(चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तों)
(हर हर हर महादेव की जय हो
शंकर शिव कैलाशपति की जय हो
हर हर हर महादेव की जय हो)
6. Jyotirling Ka Dhyan Karo ज्योतिर्लिंगो का ध्यान करो Bhajan Lyrics
Singer – Anuradha Paudwal & Hariharan
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
शिव शंकर
का गुनगन करो
शिव भक्ति का
रसपान करो
जीवन ज्योतिर्मय
हो जाय ज्योतिर्लिंगो का
ध्यान करो
शिव शंकर
का गुनगान करो
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नमः
शिव शिव
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
उसने ही जगत बनया है
कान कान में वही समाने हैं
उसने ही जगत बनया है
कान कान में वही समाने हैं
दुक्ख सुख सुख हर लेगा
सर बराबर जब शिव का है
बोलो हर हर हर महादेव
हर मुशकिल को आसन करो
शिव शंकर का गुनगन करो
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नमः शिवाय
ओम नमः शिवाय
शंकर से है अन्तर्यामी
भक्तो के लइया सखा से है
शंकर तोहि अन्तर्यामी
भक्तो के लइया सखा से है
भगवन् भवे के भुझे
भगवन् प्रेम के पीसे हैं
मन के मंदिर में इसीलिए
शिव मंदिर का निर्मण करो
शिव शंकर का गुनगन करो
ओम नमः शिवाय
ओम नमः शिवाय
ओम नमः शिवाय
ओम नमः शिवाय
ओम नमः शिवाय
ओम नमः शिवाय नमः शिवाय
शिव शंकर का गुनगन करो
शिव भक्ति का रसपान करो
जीवन ज्योतिर्मय हो जाए
ज्योतिर्लिंगो का ध्यान करो
शिव शंकर का गुनगन करो
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नमः शिवाय नमः शिवाय
ओम नमः शिवाय नमः शिवाय
ओम नमः शिवाय नमः शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नम शिवाय
ओम नमः शिवाय
ओम नमः शिवाय
7. Chalo Bhole Baba Ke Dware चलो भोले बाबा के द्वारे Bhajan Lyrics
Singer – Hariharan
चलो भोले बाबा के द्वारे
सब दुःख कटेंगे तुम्हारे
(चलो भोले बाबा के द्वारे
सब दुःख कटेंगे तुम्हारे)
भोले बाबा, भोले बाबा, भोले बाबा
भोले बाबा, भोले बाबा, भोले बाबा
चलो भोले बाबा के द्वारे
सब दुःख कटेंगे तुम्हारे
(चलो भोले बाबा के द्वारे
सब दुःख कटेंगे तुम्हारे)
हम्म..
चढ़ा एक शिकारी देखो बिल्व वृक्ष पर
करने को वो शिकार
शिव चौदस की पावन वह रात थी
अनजाने में हुआ पहर पूजा संस्कार
हुए बाबा प्रकट बोले मांगो वरदान
(बोले मांगो वरदान)
दर्शन कर शिकारी को हो आया वैराग्य ज्ञान
(हो आया वैराग्य ज्ञान)
करबद्ध कर वो बोला
(हरी ओम, हरी ओम)
हरी ओम, हरी ओम
हरी ओम, हरी ओम)
करबद्ध कर वो बोला
दो मुझे भक्ति वरदान
(दो मुझे भक्ति वरदान)
बने बाबा उसके सहारे
सब दुःख कटेंगे तुम्हारे
(चलो भोले बाबा के द्वारे
सब दुःख कटेंगे तुम्हारे)
हम्म..
पापचार के कारण कष्ट सहे
कन्या स्वामिनी ने
भिक्षा मांगती वो पहुंची गोपर्ण में
मिला बिल्व पत्र उससे भिक्षा के रूप में
बिल्व पत्र अनजाने में फेका शिवलिंग पे
(फेका शिवलिंग पे)
पुण्य शिवरात्रि व्रत का ऐसे पाया उसने
(ऐसे पाया उसने)
महिमा से शिव की
(हरी ओम, हरी ओम)
हरी ओम, हरी ओम
हरी ओम, हरी ओम)
महिमा से शिव की
मोक्ष पाया उसने
(मोक्ष पाया उसने)
बने बाबा उसके सहारे
सब दुःख कटेंगे तुम्हारे
(चलो भोले बाबा के द्वारे
सब दुःख कटेंगे तुम्हारे)
भोले बाबा, भोले बाबा, भोले बाबा
भोले बाबा, भोले बाबा, भोले बाबा
चलो भोले बाबा के द्वारे
सब दुःख कटेंगे तुम्हारे
चलो भोले बाबा के द्वारे
सब दुःख कटेंगे तुम्हारे
हम्म..
8. Mahadev Shankar Hain Jag Se Nirale महादेव शंकर हैं जग से निराले Bhajan Lyrics
Singer – Hariharan
महादेव शंकर हैं जग से निराले,
बड़े सीधे साधे बड़े भोले भाले ।
मेरे मन के मदिर में रहते हैं शिव जी,
यह मेरे नयन हैं उन्हीं के शिवालय ॥
बनालो उन्हें अपने जीवन की आशा,
सदा दूर तुमसे रहेगी निराशा ।
बिना मांगे वरदान तुमको मिलेगा,
समझते हैं वो तो हरेक मन की भाषा ॥
वो उनके हैं जो उनको अपना बनाले..॥
महादेव शंकर हैं जग से निराले,
बड़े सीधे साधे बड़े भोले भाले ॥
जिधर देखो शिव की है महिमा निराली,
ये दाता है और सारी दुनिया सवाली ।
जो इस द्वार पे अपना विशवास कर ले,
तो पल भर में भर जायेगी झोली खाली ॥
उनही के अँधेरे, उनही के उजाले..॥
महादेव शंकर हैं जग से निराले,
बड़े सीधे साधे बड़े भोले भाले ।
मेरे मन के मदिर में रहते हैं शिव जी,
यह मेरे नयन हैं उन्हीं के शिवालय ॥
9. Shiv Chalisa शिव चालीसा Bhajan Lyrics
Singer – Ashwani Amarnath
जय गणेश गिरिजा सुवन,
मंगल मूल सुजान ।
कहत अयोध्यादास तुम,
देहु अभय वरदान ॥
॥ चौपाई ॥
जय गिरिजा पति दीन दयाला ।
सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥
भाल चन्द्रमा सोहत नीके ।
कानन कुण्डल नागफनी के ॥
अंग गौर शिर गंग बहाये ।
मुण्डमाल तन क्षार लगाए ॥
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे ।
छवि को देखि नाग मन मोहे ॥ 4
मैना मातु की हवे दुलारी ।
बाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी ।
करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे ।
सागर मध्य कमल हैं जैसे ॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ ।
या छवि को कहि जात न काऊ ॥ 8
देवन जबहीं जाय पुकारा ।
तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥
किया उपद्रव तारक भारी ।
देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी ॥
तुरत षडानन आप पठायउ ।
लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥
आप जलंधर असुर संहारा ।
सुयश तुम्हार विदित संसारा ॥ 12
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई ।
सबहिं कृपा कर लीन बचाई ॥
किया तपहिं भागीरथ भारी ।
पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी ॥
दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं ।
सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥
वेद नाम महिमा तव गाई।
अकथ अनादि भेद नहिं पाई ॥ 16
प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला ।
जरत सुरासुर भए विहाला ॥
कीन्ही दया तहं करी सहाई ।
नीलकण्ठ तब नाम कहाई ॥
पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा ।
जीत के लंक विभीषण दीन्हा ॥
सहस कमल में हो रहे धारी ।
कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी ॥ 20
एक कमल प्रभु राखेउ जोई ।
कमल नयन पूजन चहं सोई ॥
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर ।
भए प्रसन्न दिए इच्छित वर ॥
जय जय जय अनन्त अविनाशी ।
करत कृपा सब के घटवासी ॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै ।
भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै ॥ 24
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो ।
येहि अवसर मोहि आन उबारो ॥
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो ।
संकट से मोहि आन उबारो ॥
मात-पिता भ्राता सब होई ।
संकट में पूछत नहिं कोई ॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी ।
आय हरहु मम संकट भारी ॥ 28
धन निर्धन को देत सदा हीं ।
जो कोई जांचे सो फल पाहीं ॥
अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी ।
क्षमहु नाथ अब चूक हमारी ॥
शंकर हो संकट के नाशन ।
मंगल कारण विघ्न विनाशन ॥
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं ।
शारद नारद शीश नवावैं ॥ 32
नमो नमो जय नमः शिवाय ।
सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ॥
जो यह पाठ करे मन लाई ।
ता पर होत है शम्भु सहाई ॥
ॠनियां जो कोई हो अधिकारी ।
पाठ करे सो पावन हारी ॥
पुत्र हीन कर इच्छा जोई ।
निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई ॥ 36
पण्डित त्रयोदशी को लावे ।
ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
त्रयोदशी व्रत करै हमेशा ।
ताके तन नहीं रहै कलेशा ॥
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे ।
शंकर सम्मुख पाठ सुनावे ॥
जन्म जन्म के पाप नसावे ।
अन्त धाम शिवपुर में पावे ॥ 40
कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी ।
जानि सकल दुःख हरहु हमारी ॥
॥ दोहा ॥
नित्त नेम कर प्रातः ही,
पाठ करौं चालीसा ।
तुम मेरी मनोकामना,
पूर्ण करो जगदीश ॥
मगसर छठि हेमन्त ॠतु,
संवत चौसठ जान ।
अस्तुति चालीसा शिवहि,
पूर्ण कीन कल्याण ॥
10. Om Jai Shiv Omkara ॐ जय शिव ओंकारा Bhajan Lyrics
Singer – Anuradha Paudwal
ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा॥
ॐ जय शिव ओंकारा…
एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे।
हंसासन गरूड़ासन वृषवाहन साजे॥
ॐ जय शिव ओंकारा…
दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहे।
त्रिगुण रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहे॥
ॐ जय शिव ओंकारा..
अक्षमाला वनमाला मुण्डमाला धारी।
त्रिपुरारी कंसारी कर माला धारी॥
ॐ जय शिव ओंकारा..
श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे।
सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे॥
ॐ जय शिव ओंकारा..
कर के मध्य कमण्डलु चक्र त्रिशूलधारी।
सुखकारी दुखहारी जगपालन कारी॥
ॐ जय शिव ओंकारा..
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका।
मधु-कैटभ दोउ मारे, सुर भयहीन करे॥
ॐ जय शिव ओंकारा..
लक्ष्मी व सावित्री पार्वती संगा।
पार्वती अर्द्धांगी, शिवलहरी गंगा॥
ॐ जय शिव ओंकारा..
पर्वत सोहैं पार्वती, शंकर कैलासा।
भांग धतूर का भोजन, भस्मी में वासा॥
ॐ जय शिव ओंकारा..
जटा में गंग बहत है, गल मुण्डन माला।
शेष नाग लिपटावत, ओढ़त मृगछाला॥
ॐ जय शिव ओंकारा..
काशी में विराजे विश्वनाथ, नन्दी ब्रह्मचारी।
नित उठ दर्शन पावत, महिमा अति भारी॥
ॐ जय शिव ओंकारा..
त्रिगुणस्वामी जी की आरति जो कोइ नर गावे।
कहत शिवानन्द स्वामी, मनवान्छित फल पावे॥
ॐ जय शिव ओंकारा..
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