LYRIC
Hindi Lyrics:
दूर परदेशु छऊं, उमा त्वेथें म्यारें सौं
हे भूली न जैई, चिट्ठी देणी रैयी
दूर परदेशु छऊं, उमा त्वेथें म्यारें सौं
हे भूली न जैई, चिट्ठी देणी रैयी
राजी ख़ुशी छौं मी यख तूभी राजी रैई तख
राजी ख़ुशी छौं मी यख तूभी राजी रैई तख
गौं गौलोँ मा चिट्ठी खोली
मेरी सेवा सोंली बोली
हे भूली न जैई, चिट्ठी देणी रैयी
हे भूली न जैई, चिट्ठी देणी रैयी
घाम पाणी मा ना रै तू
यखुली डांड्यों न जै तू
घाम पाणी मा ना रै तू
यखुली डांड्यों न जै तू
दुख्यारी न वेजै कखि सरेला को ख्याल राखी
खाणी पेणी रैई चिट्ठी देणी रैयी
हे भूली न जैई, चिट्ठी देणी रैयी
हुँदा पौंखुरु जू मैमा
उड़ी औन्दु फुर्र त्वेमा
हुँदा पौंखुरु जू मैमा
उड़ी औन्दु फुर्र त्वेमा
बिराणा देशा की बात क्याच उमा म्यारा हाथ
नाराज न वेई चिट्ठी देणी रैयी
हे भूली न जैई, चिट्ठी देणी रैयी
दूर परदेशु छऊं, उमा त्वेथें म्यारें सौं
हे भूली न जैई, चिट्ठी देणी रैयी
ये भूली न जैई, चिट्ठी देणी रैयी
……
No comments yet